जब कोई परिवर्तन किसी में ढूढता है।
कितना भी सोचो कुछ न कुछ तो छूटता है।
वो दोस्ती टूटती है।
वो रिस्ता छूटता है।
जब दर्द का चिराग लेकर मुझमे हर कोई विश्वास ढूढता है।
जिंदगी बदल जाएगी।
जब कोई परिवर्तन किसी में ढूढता है।
कितना भी सोचो कुछ न कुछ तो छूटता है।
वो दोस्ती टूटती है।
वो रिस्ता छूटता है।
जब दर्द का चिराग लेकर मुझमे हर कोई विश्वास ढूढता है।
जिंदगी बदल जाएगी।