उत्तराखंड के सुरंग में फसे मजदूरों पर नम आँखों से कविता
उत्तराखंड के सुरंग में फसे मजदूरों पर नम आँखों से कविता
सिलक्यारा की गहरी सुरंग में, फंसे
मजदूरों का अब रेस्क्यू यात्रा।
सिलक्यारा की गहरी सुरंग में, फंसे
मजदूरों का अब रेस्क्यू यात्रा।
एंडोस्कोपिक कैमरे से,
उनकी मुस्कान की छवि आई।
एंडोस्कोपिक कैमरे से,
उनकी मुस्कान की छवि आई।
बचाव दल की मेहनत से,
आए उनके लबों पर मुस्कान सारी।
बचाव दल की मेहनत से,
आए उनके लबों पर मुस्कान सारी।
सुरक्षित, सब हैं अब खुश, खाद्य भी पहुंचा,
संवारा दिल कुछ।
सुरक्षित, सब हैं अब खुश, खाद्य भी पहुंचा,
संवारा दिल कुछ।
सिलक्यारा की गहराईयों में, संघर्ष की राहों में,
बचाव की चिंगारी बनी, मजदूरों के लिए राह खोली।
सिलक्यारा की गहराईयों में, संघर्ष की राहों में,
बचाव की चिंगारी बनी, मजदूरों के लिए राह खोली।
विशेषज्ञों की मेहनत से, संघर्ष का सामना किया,
पाइपों की खोज में, सुरंग की अंधकार से जुड़ा।
विशेषज्ञों की मेहनत से, संघर्ष का सामना किया,
पाइपों की खोज में, सुरंग की अंधकार से जुड़ा।
मंगलवार की रात, चेहरे पर हंसी की किरणें,
बचाव दल का उत्साह, मजदूरों को मिला सहारा।
मंगलवार की रात, चेहरे पर हंसी की किरणें,
बचाव दल का उत्साह, मजदूरों को मिला सहारा।