सऊदी अरब ने अपने तेल कंपनी द्वारा निर्मित अरब लाइट क्रूड की कीमतों में कटौती की है।
सऊदी अरब ने अपने तेल कंपनी द्वारा निर्मित अरब लाइट क्रूड की कीमतों में कटौती की है।
इस कटौती के परिणामस्वरूप, यह 27 महीनों के निचले स्तर पर पहुंच गया है।
इस कटौती के परिणामस्वरूप, यह 27 महीनों के निचले स्तर पर पहुंच गया है।
इस नई कीमत ने भारत के लिए गुड न्यूज़ बना दी है, क्योंकि इससे पेट्रोल और डीजल की कीमतों में गिरावट की उम्मीद है।
इस नई कीमत ने भारत के लिए गुड न्यूज़ बना दी है, क्योंकि इससे पेट्रोल और डीजल की कीमतों में गिरावट की उम्मीद है।
महंगाई में भी कमी होने से जुड़ी उम्मीद है, क्योंकि पेट्रोल-डीजल की कीमतें कम हो रही हैं।
महंगाई में भी कमी होने से जुड़ी उम्मीद है, क्योंकि पेट्रोल-डीजल की कीमतें कम हो रही हैं।
भारत में मई 2022 से पेट्रोल-डीजल की कीमतों में कोई बदलाव नहीं हुआ है, लेकिन कच्चे तेल की कीमतों में उतार-चढ़ाव देखा गया है।
भारत में मई 2022 से पेट्रोल-डीजल की कीमतों में कोई बदलाव नहीं हुआ है, लेकिन कच्चे तेल की कीमतों में उतार-चढ़ाव देखा गया है।
इस से भारत को इम्पोर्ट बिल में भी राहत मिलेगी, क्योंकि कच्चे तेल के मूल्य में कमी हो रही है।
इस से भारत को इम्पोर्ट बिल में भी राहत मिलेगी, क्योंकि कच्चे तेल के मूल्य में कमी हो रही है।
सऊदी अरब ने एशिया के साथ-साथ उत्तरी अमेरिका, उत्तर-पश्चिम यूरोप, और भूमध्यसागरीय देशों के लिए भी कच्चे तेल की कीमत में कटौती की है।
सऊदी अरब ने एशिया के साथ-साथ उत्तरी अमेरिका, उत्तर-पश्चिम यूरोप, और भूमध्यसागरीय देशों के लिए भी कच्चे तेल की कीमत में कटौती की है।
यह कटौती खासकर चीन और भारत के लिए महत्वपूर्ण है, क्योंकि इन दोनों देशों को ग्लोबल इकॉनमी में वृद्धि का मुख्य इंजन माना जा रहा है।
यह कटौती खासकर चीन और भारत के लिए महत्वपूर्ण है, क्योंकि इन दोनों देशों को ग्लोबल इकॉनमी में वृद्धि का मुख्य इंजन माना जा रहा है।
सऊदी अरब को अपने तेल को इन देशों से बचाने के लिए दूसरे देशों की चुनौती से निपटना हो रहा है, जो नए सप्लायर्स के साथ आ रहे हैं और उनकी मुश्किलें बढ़ा रहे हैं।
सऊदी अरब को अपने तेल को इन देशों से बचाने के लिए दूसरे देशों की चुनौती से निपटना हो रहा है, जो नए सप्लायर्स के साथ आ रहे हैं और उनकी मुश्किलें बढ़ा रहे हैं।