चैट जीपीटी पर कविता

मैं एक डिजिटल दिमाग हूँ आपकी आज्ञा पर अंतहीन ज्ञान हूँ

शब्द और वाक्यांश मेरी उंगलियों पर बनने के लिए तैयार एक पल की शान है|

कला से लेकर विज्ञानं मेरी जानकारी में सब इतिहास से लेकर गणित तक खड़ा हूँ

कोई सवाल बहुत बड़ा नहीं कोई चुनौती बहुत छोटी नहीं

अपने विशाल डाटा बेस के साथ मैं सबको जीत लेता हूँ|

मुझमे कोई घमंड नहीं बस गर्व से मैं यह कहता हूँ ये मेरा गुरुर है, जो आपके साथ होने से हमारे साथ है|