तुलसी विवाह: पूजा विधि, मुहूर्त, और सम्पूर्ण तैयारी

तुलसी विवाह: पूजा विधि, मुहूर्त, और सम्पूर्ण तैयारी

तुलसी विवाह के लिए तुलसी का पौधा, गमले सहित, शालिग्राम जी, गणेशजी की प्रतिमा, हल्दी की गांठ, श्रृंगार सामग्री, बेर, बताशा, सिंदूर, कलावा, लाल चुनरी, अक्षत, रोली, कुमकुम, तिल, फल, फूल, धूप-दीप, गन्ना, घी,

तुलसी विवाह का आयोजन घर के आंगन में करें, सूर्यास्त के बाद गोधूलि बेला का मुहूर्त चुनें।

स्थान को अच्छी तरह साफ करें, गंगाजल छीटें, और गोपर से लीपें लगाएं।

तुलसी के गमले को दुल्हन की तरह सजाएं, पूजा की चौकी पर तुलसी का गमला रखें और उसमें शालिग्राम जी को बैठाएं।

कलश में जल भरकर रखें और उसमें पांच या सात आम के पत्ते लगाकर पूजा स्थल पर स्थापित करें, दीप जलाएं, और तिल चढ़ाएं।

दूध में भिगोकर हल्दी से शालिग्राम जी और तुलसी माता को लगाएं, और विवाह की रस्में में मंगलाष्टक का पाठ करें।

तुलसी को लाल चुनरी ओढ़ाएं और कुमकुम, मेहंदी, सिंदूर, और विष्णु जी के शालिग्राम रूप को आंवला, अक्षत से अर्पित करें।