bridge, river, city

जब कोई परिवर्तन किसी में ढूढता है।

कितना भी सोचो कुछ न कुछ तो छूटता है।

वो दोस्ती टूटती है।

वो रिस्ता छूटता है।

जब दर्द का चिराग लेकर मुझमे हर कोई विश्वास ढूढता है।

जिंदगी बदल जाएगी।

Read More
Exit mobile version