आप असत्य को कितना भी बढ़ा चढ़ाकर बोले,
वो सत्य नहीं बन जाता,
इसी तरह सत्य भी असत्य नहीं बन जाता
शक्ति शारीरिक क्षमता से नहीं आती,
बल्कि दृढ़ इच्छा शक्ति से आती है
मौन रहना सबसे सशक्त भाषण है,
धीरे-धीरे ये दुनिया आपको जरूर सुनेगी
कोई हमारे आत्म सम्मान के साथ नहीं खेल सकता,
जब तक हम इसकी इजाजत न दे
कमजोर कभी क्षमा नहीं कर सकते
क्षमा तो ताकतवर व्यक्ति की विशेषता है
प्रयास करने में ही संतोष निहित है, प्राप्ति में नहीं
आपका पूर्ण प्रयास ही आपकी पूर्ण विजय है
आपको मानवता में विश्वास नहीं खोना चाहिए
मानवता सागर के समान है,
यदि सागर की कुछ बुँदे गन्दी है
तो पूरा सागर गन्दा नहीं हो जाता