Motivational Poem तू खुद ही सोच के निकल August 23, 2021September 27, 2021 poetrybyashutosh तू चल, तेरे रास्ते को तुझ जैसे राही का इंतजार है जिस दायरे से सिमट रहा वो दायरा बढ़ा ले तू कब तक यूही सिमट सका उस दायरे से आगे निकल ले तू बस सम्हल ले तू, सम्हल ले तू Read More
Motivational Poem लोग हँसेंगे ही July 26, 2021September 27, 2021 poetrybyashutosh पीड़ा की परिभाषा मुस्कान से पूछोगे, तो लोग हँसेंगे ही। निर्धन की व्यथा जाकर धनवान से पूछोगे, तो लोग हँसेंगे ही।। Read More