हर रोज़ हर किसी के दिमाग का दरवाजा खटखटाती
आदत में शामिल हो जाती
एक गरम चाय की प्याली
लोग समझ नहीं पाते
भूख उनकी मिट जाती
एक गरम चाय की प्याली
हर रोज़ हर किसी के दिमाग का दरवाजा खटखटाती
आदत में शामिल हो जाती
एक गरम चाय की प्याली
लोग समझ नहीं पाते
भूख उनकी मिट जाती
एक गरम चाय की प्याली